डेライト सेविंग टाइम (DST) रविवार, 9 मार्च 2025 की रात 2 बजे से शुरू हो रियो है। घड़ी 1 घंटा आगे करणी पड़ेगी। ई बदलाव तो हमें लंबा दिन का उजाला देवैला, पण ई हमारा शरीर का आंतरिक घड़ी ने बिगाड़ सकै है, जिको असर सेहत पर पड़ सकै है।
डेライト सेविंग टाइम का तात्कालिक असर
- नींद में खलल: 1 घंटा नींद खोवण का मतलब है कि मूड और मानसिक सतर्कता पर असर पड़ सकै है।
- हृदय रोगों का खतरो: रिसर्च में देखियो गयो कि दिल का दौरा और स्ट्रोक के मामलां में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकै है।
- दुर्घटनाओं में इजाफो: DST के बाद सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गी है, खासकर सुबह के समय।
इम्यून सिस्टम और दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रभाव
- मानसिक स्वास्थ्य पर असर: DST के कारण डिप्रेशन और चिंता के लक्षण बढ़ सकै है।
- मेटाबोलिज्म पर प्रभाव: शरीर का सर्केडियन रिदम बिगड़ण से मेटाबोलिज्म धीमो हो सकै है, जिकर कारण वजन बढ़ सकै है।
डे लाइट सेविंग टाइम के सेहत पर असर बचाव के उपाय
- धीरे-धीरे सोवन का टाइम एडजस्ट करो: DST से 4-5 दिन पहले हर रोज 15-20 मिनट जल्दी सोण की कोशिश करो।
- सुबह सूरज की रोशनी लो: सुबह जल्दी उठण और धूप में थोड़ा टाइम बितावण आंतरिक घड़ी ठीक कर सकै है।
- नियमित दिनचर्या बनाए रखो: भोजन और व्यायाम को एक ही टाइम पर करण की आदत डालो।
बेहतर नींद के लिए पोषण संबंधी सुझाव
नींद को बेहतर बनावण के लिए नीचे दिए पोषक तत्व महत्वपूर्ण है:
- बी-विटामिन: मेलाटोनिन उत्पादन में मदद करै।
- मैग्नीशियम: नींद को नियंत्रित करै।
- कैल्शियम: मांसपेशियों को रिलैक्स करै।
- विटामिन-डी: गहरी नींद में मदद करै।
- जिंक: सेरोटोनिन और मेलाटोनिन बनाने में मदद करै।
FAQ: डे लाइट सेविंग टाइम और सेहत
Q: डे लाइट सेविंग टाइम के तात्कालिक असर कौन-कौन से है?
A: नींद में खलल, दिल के रोग, स्ट्रोक, और सड़क दुर्घटनाओं का खतरो।
Q: डे लाइट सेविंग टाइम के असर से बचण के उपाय कौनसे है?
A: सोवन का टाइम धीरे-धीरे बदलो, सुबह सूरज की रोशनी लो, और दिनचर्या नियमित रखो।
Q: क्या कोई खास डाइट नींद सुधार सकै है?
A: हां, बी-विटामिन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, विटामिन-डी और जिंक अच्छी नींद में मदद करै।
Q: क्या डे लाइट सेविंग टाइम मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाले?
A: हां, ई डिप्रेशन और एंग्जायटी के लक्षण बढ़ा सकै है।
Q: का ई दीर्घकालिक सेहत पर भी असर कर सकै है?
A: हां, ई मेटाबोलिज्म धीमो कर सकै, जिको कारण वजन बढ़ सकै और क्रोनिक बीमारियां हो सकै है।
जैसे-जैसे डे लाइट सेविंग टाइम नजदीक आवै लाग्यो है, अब समय है कि हम इन प्रभावन की पहचान करें और खुद ने तैयार करें।
आपको डे लाइट सेविंग टाइम से कोनी परेशानी हुई? आप ई बदलाव ने कोन-कोनसे तरीके से मैनेज करौ? नीचे कमेंट करो और अपनी राय साझा करो!